ऑपरेशन सिंदूर’ अपने मक़सद में सफल रहा : भारतीय सेना …

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11 मई 2025 को आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वॉइस एडमिरल ए एन प्रमोद और एयर मार्शल ए के भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के बारे में विस्तार से देश-दुनिया को जानकारी दी।
सेना की ओर से कहा गया कि जिस मकसद से ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया गया था,उसे हासिल कर लिया गया है।
7 मई की रात पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हमला कर उन्हें नष्ट कर दिया गया। इस हमले में 100 से अधिक आतंकियों के मारे जाने की खबर है। भारतीय सेना ने 7 से 10 मई के बीच पाकिस्तान के हर आक्रमण को विफल किया। पाकिस्तानी ड्रोन मिसाइलों एवं एयरक्राफ्ट को भारतीय सीमा में घुसने से पहले ही नष्ट कर दिया गया।
यह संतोष की बात है कि भारतीय सैन्य बलों की सतर्कता एवं सटीक कार्यवाही के चलते हमारे सभी पायलट और सैन्य ठिकाने सुरक्षित हैं।

भारत द्वारा की गई जवाबी कार्यवाही में पाकिस्तानी सैन्य अधोसंरचना को गंभीर क्षति पहुंची है, जबकि भारतीय सेना की सजगता की वजह से हमारी तरफ कोई नुकसान नहीं हुआ।
इस दौरान पाकिस्तान के 35-40 सैनिक और अधिकारी मारे गए हैं। हमारे भी 5 जवान शहीद हुए हैं।
पाकिस्तान द्वारा भारत के नागरिक ठिकानों पर की गई गोलाबारी की वजह से हमारे कुछ नागरिकों की जानें भी गई है।
सेना द्वारा बताया गया कि पहलगाम आतंकी हमले के तुरंत बाद आतंकवादियों की पनाहगारों को चिन्हित कर लिया गया था। पाकिस्तान एवं पाक अधिकृत कश्मीर में ऐसी 21 जगहों को चिन्हित किया गया था, जिनमें से 9 को नष्ट कर दिया गया है। आवश्यकता पड़ी तो शेष ठिकानों को भी निशाना बनाया जाएगा।

इस दौरान विश्व के समक्ष कुछ तथ्य एकदम स्पष्ट हो गए। एक तो यह कि सैन्य संघर्ष की स्थिति में पाकिस्तान किसी भी स्तर पर भारत से मुकाबले के लिए सक्षम नहीं है। दूसरा पाकिस्तान का ज़र्रा-ज़र्रा भारतीय सेना के निशाने पर है। पाकिस्तान के परमाणु ठिकाने, सैन्य छावनियां, तमाम हवाई अड्डे और सैन्य मुख्यालय भी।
पाकिस्तानी न्यूक्लियर कमांड केंद्र के नज़दीक स्थित नूरखान एयरवेस पर हमला भारतीय सेना की सटीक मारक क्षमता का उदाहरण है।

ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान सहित विश्व को यह संदेश भी दिया गया कि अब किसी भी आतंकवादी हमले का पुरजोर जवाब दिया जाएगा, वह भी आतंकवादियों की पनाहगारों में घुसकर। भारत ने अपनी सधी कूटनीति और और संयमित सैन्य कार्यवाही का प्रदर्शन भी विश्व के समक्ष किया। बार-बार यह स्पष्ट किया गया कि भारत का लक्ष्य केवल आतंक के ठिकानों को नष्ट करना है। बाकी सैन्य कार्यवाही तो पाकिस्तानी हमले के जवाब में की गई है।

अपने देश और सेना की लगातार फजीहत होते देख 10 मई को पाक डीजीएमओ द्वारा संघर्ष विराम के लिए प्रस्ताव रखा गया जिसे स्वीकार करते हुए 10 मई शाम 5 बजे से सीजफायर लागू हुआ। लेकिन जैसी कि उम्मीद थी,अगले कुछ घंटे में ही पाकिस्तान की ओर से सीज फायर के उल्लंघन की खबरें आने लगीं। भारतीय सेना द्वारा इसका माकूल जवाब दिया गया। पाक डीजीएमओ को कड़ा संदेश भी भेजा गया कि अब यदि सीजफायर का उल्लंघन होता है,तो भारत कड़ी कार्रवाई करेगा।
तब से सीमा पर शांति है, यद्यपि भारतीय सेनाएं पाकिस्तान की किसी भी हिमाकत का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सन्नद्ध हैं।

सैन्य अधिकारियों ने यह भी बताया कि ऑपरेशन सिंदूर का जो मकसद था उसे हासिल कर लिया गया है। हमारा लक्ष्य टारगेट हिट करना था। उनके कितने लोग मरे, लाशें गिरना हमारा काम नहीं है।
पाकिस्तान के कई हाईटेक एयरक्राफ्ट नष्ट किए गए हैं। विदेशी मीडिया में भारतीय विमान को हुए नुकसान के संबंध में पूछे जाने पर बताया गया कि हमारे सभी पायलट और सैन्य ठिकाने सुरक्षित हैं।
यह भी बताया गया कि 7 से 10 मई के बीच जो कुछ हुआ, वह युद्ध से कम नहीं था। आगे क्या स्थितियां बनेंगी, इस पर हमारी नज़र है, और भारतीय सेना किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दे दिया गया है कि भारत पर कोई भी आतंकी हमला ‘एक्ट ऑफ़ वार’ माना जाएगा।

(विभिन्न रिपोर्टों एवं सेना की प्रेस ब्रीफिंग पर आधारित)

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